Analyse @Satishk31662001's tweets
भगत सिंह आज ज़िंदा होते तो भी शायद जेल में ही होते।
वह किसान आंदोलन में सबसे आगे खड़े होते, CAA के ख़िलाफ़ दहाड़ रहे होते, इलाहाबाद में फ़ीसवृद्धि के ख़िलाफ़ सड़क पर होते, सांप्रदायिकता के ख़िलाफ़ बोल रहे होते।
सत्ता के चाटुकार उन्हें अर्बन नक्सल कह रहे होते शायद।
वह किसान आंदोलन में सबसे आगे खड़े होते, CAA के ख़िलाफ़ दहाड़ रहे होते, इलाहाबाद में फ़ीसवृद्धि के ख़िलाफ़ सड़क पर होते, सांप्रदायिकता के ख़िलाफ़ बोल रहे होते।
सत्ता के चाटुकार उन्हें अर्बन नक्सल कह रहे होते शायद।